पुलिस महानिरीक्षक, संजय गुंज्याल की अध्यक्षता में गठित एसआईटी ने उत्तर प्रदेश के जनपद सहारनपुर के कृष्णा आई0टी0आई0 कमालपुर, छुटमलपुर के विरूद्ध फर्जी दस्तावेजों से सरकारी धन को अवैध रूप से प्राप्त करने का मुकदमा पंजीकृत कराया है।
कृष्णा आई0टी0आई0 कमालपुर, छुटमलपुर संस्थान से शिकायत थी कि इसमें विभिन्न जनपदों के छात्रों को फर्जी तरीके से एससी, एसटी और ओबीएस वर्ग में शामिल दर्शाकर संस्थान में दाखिला दिखाकर अनियमित्ता की गयी है। प्रारंभिक जांच की गयी तो 07 छात्रों का अपने संस्थान में दाखिला दिखाकर जिला समाज कल्याण अधिकारी, नैनीताल से छात्रवृत्ति प्राप्त की। इन छात्रों न तो संस्थान में दाखिला लिया और न ही उन्हें छात्रवृत्ति के पैसे मिले। इस आधार पर नैनीताल में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। एसआईटी द्वारा संस्थान के अन्य छात्रों की लिस्ट का भी सत्यापन किया जा रहा है, जो अन्य जनपदों से सम्बिन्धित हैं।
श्री संजय गुंज्याल ने बताया कि जिला समाज कल्याण अधिकारी, नैनीताल की ओर से छुटमलपुर, सहरानपुर के कृष्णा आई0टी0आई0 कमालपुर के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के 07 छात्रों के नाम पर कुल 2,89,100 रुपये के चैक पंजाब नेशनल बैंक की शाखा फतेहपुर (सहारनपुर) के प्रबंधक को जारी किए गये थे। कृष्णा आई0टी0आई0 कमालपुर, छुटमलपुर ने बिचैलियों की सहायता से नैनीताल के रामनगर क्षेत्र के 07 छात्रों को अपने यहां शिक्षाग्रहण करना दर्शाते हुए बैंक में इनके खाते खोले गए। भौतिक सत्यापन में पाया गया कि न तो इन छात्रों ने आईटीआई में एडमिशन लिया, न ही सहारनपुर बैंक की शाखा में खाता खोला और न ही उन्हें छात्रवृत्ति के पैसे मिले। बाद में यह रकम आईटीआई संचालक के खाते में स्थानांतरित हुई।
जांच के दौरान पाया गया है कि दूसरी योजना का लाभ दिलाने का लालच देकर छात्रों से दस्तावेज प्राप्त किए गए, जिसके आधार पर उनका एडमीशन कृष्णा आई0 टी0 आई0 कमालपुर, छुटमलपुर में दर्शाया गया। सामान्य वर्ग के छात्रों को फर्जी तरीके से एससी, एसटी और ओबीएस वर्ग में शामिल दर्शाया गया है। कॉलेज संचालकों ने बिचैलियों के माध्यम से और बैंकों कर्मियों से सांठगांठ कर फर्जी दस्तावेजों से सरकारी धन को अवैध रूप से प्राप्त किया है।
एसआईटी ने अब तक धोखाधड़ी करने वालों संस्थानों के विरूद्ध 08 मुकदमे (04 ऊधमसिंहनगर, 03 नैनीताल, 01 टिहरी गढ़वाल) पंजीकृत कराये हैं।