कर्नाटक में चक्रवाती तूफान क्यार का कहर: सैकड़ों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि क्यार तूफान के कारण दक्षिणी कन्नड़ जिले में देखने को मिला। तेज हवा के कारण कई पेड़ गिर गए और कई जगह मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
मंगलुरु, एजेंसियां। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान क्यार कल रात 11:30 बजे रत्नागिरी के पश्चिम में लगभग 200 किलोमीटर और मुंबई के 310 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। अगले पांच दिनों में यह ओमान के तट की ओर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। तूफान की वजह से भारी बारिश को देखते हुए पर्यटकों को गोवा में 27 अक्टूबर तक नहीं आने की सलाह जारी की गई है।
भारत के पश्चिमी तट पर मौसम के बिगड़े मिजाज को देखते हुए न्यू मंगलुरू पोर्ट से मछुआरों की लगभग 100 नावों को बचा कर सुरक्षित तट पर लाया गया है। इसके अलावा एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। मौसम विभाग ने बीते गुरुवार को गोवा में मौसम का रेड अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि अरब सागर में चक्रवाती तूफान के कारण बने कम दबाव की वजह से आने वाले दिनों में गोवा में भारी से ज्यादा भारी बारिश हो सकती है।
वहीं कर्नाटक के तटवर्ती क्षेत्र से क्यार तूफान के गुजरने का असर दक्षिणी कन्नड़ जिले में देखने को मिला। गुरुवार को पूरी रात बारिश होती रही और शुक्रवार को रुक-रुक कर वर्षा हुई। तेज हवा के कारण कई पेड़ गिर गए और कई जगह मकान क्षतिग्रस्त हो गए। मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान अब करीब 190 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के रत्नागिरी में प्रवेश कर गया है। पालघर के कलेक्टर कैलाश शिंदे ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी जारी की है। जिला फिशरीज विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि समुद्र में गई 1411 नौकाओं में से 1378 वापस आ चुकी हैं जबकि शेष 33 को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मौसम विभाग और कर्नाटक राज्य आपदा निगरानी केंद्र ने अगले 24 घंटे में समुद्र की स्थिति और बिगड़ने की चेतावनी जारी की है। दक्षिणी कन्नड़ जिले में शुक्रवार को 32.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। नेत्रवती नदी भी 25 मीटर पर बह रही है। मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली एजेंसी स्काई मेट के मुताबिक, तटीय ओडिशा में पिछले 24 घंटों के दौरान, भारी से मूसलाधार बारिश हुई है।
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