भारत तथा कज़ाकिस्तान के बीच उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में चल रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास काज़िंद-2019 के दौरान 12 अक्टूबर 2019 को सत्यापन अभ्यास आयोजित किया गया।
इस दौरान दोनों देशों के 120 सैनिकों की टुकड़ी ने 48 घंटों तक पिथौरागढ़ के आस-पास पहाड़ी व घने जंगलों में सत्यापन अभ्यास के लिए रवाना हुए। इस सत्यापन अभ्यास के तहत दोनों देशों की सेनाओं के जवान आतंकवाद विरोधी कार्रवाई करेंगें, जिसमें वे घेराबंदी, खोज एवं ध्वस्तीकरण अभियान को अंजाम देते हुए आतंकवाद को निष्क्रिय करेंगें और इससे जुड़े सभी बारीकियों को समझेगें।
इस अभ्यास में सैनिक घरों में घुसकर आतंकवादी को निष्क्रिय करने के लिए अपने अभियानों को अंजाम देंगें। इंजीनियर बम निरोधक दस्ता भी सत्यापन अभ्यास का हिस्सा होगा जो आतंकवादियों द्वारा रखे गये बमों एवं विस्फोटकों को निष्क्रिय करने की अपनी अहम भूमिका निभायेगा।
कज़ाकिस्तान सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल दौलत ओसनाव और मुख्यालय उत्तर भारत एरिया के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल कवींद्र सिंह ने इस सत्यापन अभ्यास को देखा।
12 दिनों तक भारत तथा कज़ाकिस्तान के बीच चलने वाला यह संयुक्त सेैन्य अभ्यास काज़िंद-2019 आगामी 14 अक्टूबर 2019 को संपन्न होगा।