शहरी क्षेत्रों में 23 अक्टूबर बुधवार से आर्थिक गणना प्रारम्भ : एक सप्ताह बाद ग्रामीण क्षेत्रों में होगी शुरू
जिलाधिकारी डाॅ0 वी0 षणमुगम ने जनपद में सप्तम आर्थिक गणना-2019 का शुभारम्भ एनएसएसओ द्वारा निर्धारित मोबाईल एप का उद्घाटन कर किया। सप्तम आर्थिक गणना जनपद के शहरी क्षेत्रों में 23 अक्टूबर बुधवार से प्रारम्भ हो गयी है। एक सप्ताह के बाद जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में भी आर्थिक गणना शुरू कर दी जायेगी।
आर्थिक गणना जनपद में 31 दिसम्बर तक की जायेगी। आर्थिक गणना के शुभारम्भ अवसर पर जिलाधिकारी ने आर्थिक गणना के कार्यांे को सही प्रकार से करने के निर्देश गणनाकारों को दिये हैं। वहीं नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये कि उनके द्वारा आर्थिक गणना कार्यों का औचक निरीक्षण किया जाय तथा कूड़ा निस्तारण वाहनों के माध्यम से लाउडस्पीकर लगाकर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। जिलाधिकारी ने जनपद की जनता से सही-सही जानकारी आर्थिक गणनाकारों को उपलब्ध कराने की अपील की है ताकि गणनाकार सही आंकडें एकत्रित कर सकें।
जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी निर्मल कुमार शाह ने बताया कि आर्थिक गणना सीएससी (काॅमन सर्विस सेन्टर) के माध्यम से की जा रही है। जिसके तहत सीएससी में नियुक्त गणनाकार घर-घर जाकर लोगों से उनके आर्थिक क्रिया-कलापों/आय के जरिये की जानकारी ली जायेगी तथा आॅनलाईन डाटा फीड किया जायेगा। गणनाकारों द्वारा पंजीकृत एवं अपंजीकृत सभी प्रकार के व्यवसायों के बारें में जानकारी ली जायेगी। पंजीकृत व्यवसायों के स्वामियों से आर्थिक क्रिया- कलापों के साथ ही सम्बन्धित व्यवसाय से होने वाली आय (इनकम) व अन्य जानकारी भी ली जायेगी।
उन्होंने बताया कि कोई भी काम जिसे व्यक्ति पैसा कमाने के लिए करता है उस कार्य की गणना आर्थिक गणना कहलाती है। आर्थिक गणना योजनाओं के निर्माण में सहायक होती है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, जिला पंचायत राज अधिकारी आरएस असवाल, स्टेट काॅडीनेटर सीएससी इक्नोमिक भूपेन्द्र व हेमन्त सती सहित अधिशासी अधिकारी उपस्थित थे।