चारधाम प्रोजेक्ट का सर्वे जनवरी 2020 तक होगा पूरा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस को हरी झंडी मिल गई है, साथ ही भूमि अधिग्रहण कार्य भी पूर्ण हो गया है। प्रोजेक्ट के लिए रेलवे को आवश्यक फॉरेस्ट क्लीयरेंस भी मिल चुकी है। रेलवे ने 70 प्रतिशत भू-अधिग्रहण के तहत मुआवजा वितरित कर दिया है।
इसके अलावा उत्तराखंड के चारधाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बदरीनाथ को रेलवे सेवा से जोड़ने के लिए लगभग 327 किलोमीटर लंबी लाइन बिछाई जाएगी। प्रोजेक्ट में कुल 21 रेलवे स्टेशन व 61 टनल बनाई जाएंगी। प्रोजेक्ट की जियो मैपिंग, हाईड्रोलॉजिकल स्टडी, ड्रोन सर्वे व एनवायरमेंटल डेस्क टॉप स्टडी की जा चुकी है। फाइनल लोकेशन सर्वे जनवरी 2020 तक पूरा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार को रेल लाइन की प्रगति को लेकर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई। बैठक में मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी पौड़ी, चमोली, टिहरी व रुद्रप्रयाग को निर्देश दिए हैं कि रेलवे के साथ समन्वय बनाकर हर प्रकार की प्रशासनिक सहायता उपलब्ध कराई जाए।मुख्यमंत्री ने मुआवजा वितरण से संबंधित प्रत्येक जिले में सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम स्थापित करने तथा रेलवे की भारी मशीनरी को पहाड़ तक जल्द पहुंचाने के लिए लोनिवि को ब्यासी-नरकोटा रोड पुल निर्माण कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए।