उत्तराखंड में सिखों के तीर्थस्थल हेमकुण्ड साहिब के कपाट आज दोपहर 2 बजे विधि-विधान से शीतकालीन अवकाश के लिए बंद हो गए हैं। कल 10 अक्तूबर को मुख्य ग्रंथी मिलाप सिंह और खुसवंत सिंह की अगुवाई में सुखमणि साहिब का पाठ शुरू हुआ। जिसके बाद 11.20 पर शब्द-कीर्तन, 12.20 इस साल की अंतिम अरदास हुई व इसके बाद 1 बजे गुरुग्रंथ साहिब का हुकुमनामा लिया गया। पंच प्यारे के नेतृत्व में गुरुग्रंथ साहिब को दरबार साहिब से शचखंड साहिब में लाया गया है।
आज 11 अक्टूबर की दोपहर ठीक 2 बजे शीतकाल के लिये हेमकुंड साहिब के कपाट सेना के बैंड की मधुर ध्वनि के बीच बंद हुए। कपाट बंदी पर गुरुद्वारा हेमकुण्ड साहिब को विशेष रूप से सजाया हुआ था। सरदार जनक सिंह और सरदार कुलवंत सिंह जत्थे सहित लगभग ढाई हजार श्रद्धालु इस अवसर पर हेमकुंड साहिब में मौजूद रहे।
गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ट प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि इस साल 2 लाख, 80 हजार श्रद्धालु हेमकुण्ड साहिब में मत्था टेक चुके हैं। आपदा के बाद मौसम के दुश्वारियों के बीच भी रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुँचे हैं।