नई दिल्ली - ब्यूरो मोदी सरकार जल्द ही सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र बदल सकती है। केंद्र सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। दो तरीकों से सेवानिवृत्ति की आयु तय हो सकती है।
- पहला तरीका - कर्मचारी ने अगर 33 साल की सेवा पूरी कर ली हो।
- दूसरा तरीका - कर्मचारी की आयु 60 साल हो गई हो।
- बैकलॉग की समस्या दूर हो जाएगी।
- पदोन्नति के नए अवसर पैदा होंगे, तो नई जॉब की राह भी प्रशस्त होगी।
सुरक्षा बलों पर पड़ेगा: असर सरकार के इस फैसले का सबसे ज्यादा असर सुरक्षा बलों पर पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि सैन्य एवं दूसरे सुरक्षा बलों में औसतन 22 साल के आसपास ज्वाइनिंग हो जाती है, इसलिए इनकी 33 साल की सर्विस 55 साल में ही पूरी हो जाएगी।
कई चरणों में लागू होगी योजना: इस योजना को कई चरणों में लागू किया जाएगा। इसके वित्तीय प्रावधानों को लेकर भी रिपोर्ट बनाई जा रही है, और वित्त मंत्रालय की मंजूरी मिलने के बाद अगले वित्तीय वर्ष से सेवानिवृत्ति के नए नियम क्रियान्वित कर दिए जाएंगे। योजना में आईएएस, आईपीएस से लेकर केंद्र सरकार की सभी श्रेणी की नौकरियां शामिल हैं।
पंजाब के विशेषज्ञ डॉक्टर के लिए नया नियम:
पंजाब में विशेषज्ञ डॉक्टर अब 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होने के बाद भी काम कर सकेंगे। पंजाब सरकार ने ट्वीट कर कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टर सेवानिवृत्त होने के बाद पांच सालों तक अपनी सेवाएं दे सकेंगे। इस संदर्भ में पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टर अपनी सेवानिवृत्ति के बाद स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में सेवाएं दे सकते हैं।
अलग-अलग है रिटायरमेंट उम्र:
पश्चिम बंगाल में मेडिकल टीचर के लिए 65 साल, डॉक्टर की 62 साल और दूसरे पदों के लिए 60 साल की सेवानिवृत्ति आयु तय की गई है।
इन राज्यों में 60 साल है रिटायरमेंट उम्र: सभी पदों के लिए आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा, कर्नाटक, असम, बिहार, मेघालय, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, नागालैंड, गुजरात, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और सिक्किम में 60 साल की आयु में रिटायमेंट होती है।
इन राज्यों में 58 साल है रिटायरमेंट उम्र: तेलंगाना, तमिलनाडु, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, मिजोरम, मणिपुर, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उड़ीसा में 58 साल की आयु में कर्मचारी या अधिकारी रिटायर होते हैं।
इन राज्यों में 56 साल है रिटायरमेंट उम्र: झारखंड और केरल में सेवानिवृत्ति आयु 56 साल रखी गई थी।
हालांकि कई राज्यों में सेवानिवृत्ति आयु घटती बढ़ती रही है। हरियाणा में तकनीकी कर्मियों की सेवानिवृत्ति आयु 60 साल है।
भारतीय सेना में सेवानिवृत्ति आयु: भारतीय सेना में जनरल की सेवानिवृत्ति आयु 62 साल है, लेफ्टिनेंट जनरल की 60 साल, मेजर जनरल की 58 साल, ब्रिगेडियर की 56 साल, कर्नल और सूबेदार मेजर की 54 साल, सूबेदार और नायब सूबेदार की 52 साल, हवलदार और नायक की 49 साल, सिपाही जीपी (वाई) की 48 साल और सिपाही जीपी (एक्स) की सेवानिवृत्ति आयु 42 साल है।
इंडियन नेवी में सेवानिवृत्ति आयु: इंडियन नेवी में एडमिरल की सेवानिवृत्ति आयु 62 साल है, वाइस एडमिरल की 60 साल, रीयर एडमिरल की 58 साल, कोमोडोर कैप्टन, एजुकेशन और एमसीपीओ 1,2 की 57 साल, कोमोडोर /कैप्टन की 56 साल, कमांडर की 54 साल और लेफ्टिनेंट कमांडर एवं इसके नीचे और सीपीओ एवं इसके नीचे रैंक वाले सेलर की सेवानिवृत्ति आयु 52 साल है।
इंडियन एयरफोर्स में सेवानिवृत्ति आयु: इंडियन एयरफोर्स में एयरचीफ मार्शल की सेवानिवृत्ति आयु 62 साल है, एयर मार्शल की 60 साल, एयर वाइस मार्शल की 58 साल, एयर कोमोडोर-फ्लाइंग ब्रांच की 56 साल और ग्रुप कैप्टन (सेलेक्ट) फ्लाइंग ब्रांच की सेवानिवृत्ति आयु 54 साल है।
रिटायरमेंट की उम्र एक हो - दिल्ली उच्च न्यायालय
बता दें कि इसी साल 31 जनवरी को दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक सेवानिवृत्त अधिकारी देव शर्मा की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह फैसला सुनाया था। जिसमें कहा गया था कि गृह मंत्रालय चार माह में तय करे कि सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सभी रैंकों में सेवानिवृत्ति की उम्र समान हो। अभी तक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 'सीआरपीएफ', भारत-तिब्बत सीमा पुलिस 'आईटीबीपी', सीमा सुरक्षा बल 'बीएसएफ' तथा सशस्त्र सीमा बल 'एसएसबी' में कमांडेंट से नीचे के पदों पर जवान 57 साल की उम्र में रिटायर हो जाते हैं।
डीआईजी और उससे ऊपर के रैंक के अधिकारियों की रिटायरमेंट की उम्र 60 वर्ष होती है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और असम राइफल्स में सभी रैंक 60 वर्ष की उम्र पूरी करके रिटायर होते हैं।