आइआइटी दिल्ली के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीटेक की ट्यूशन फीस अभी साल की 2 लाख रुपये और एमटेक की 20 हजार रुपये है। यह सामान्य श्रेणी की फीस है। इसे अगले तीन वर्ष में बढ़ाने का फैसला बैठक में लिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि एमटेक की बढ़ी हुई फीस अगले वर्ष से लागू हो सकती है। आइआइटी में एमटेक पाठ्यक्रम में गेट प्रवेश परीक्षा से दाखिला होता है। एमटेक की फीस को बीटेक की फीस तक लाया जाए यह बिंदु परिषद की बैठक के एजेंडे में मौजूद था। जिसे स्वीकृति दे दी गई है।
आइआइटी में कार्यरत प्रोफेसर की सेवाओं का हर साढ़े पांच साल में मूल्यांकन किया जाएगा कि वह कैसा काम कर रहे हैं। आइआइटी में अब जितने भी नए प्रोफेसर आएँगे उनके काम का मूल्यांकन भी हर साढ़े पांच साल में किया जाएगा। जिनके काम सही तरह से संचालित नहीं पाए जाएंगे तो उन्हें संस्थान छोड़ने के लिए कहा जा सकता है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) ने प्रवेश प्रक्रिया समाप्त होने के बाद नया फीस चार्ट जारी किया था। इसके तहत बीटेक, एमबीए, एमएससी, स्नातकोत्तर के सभी विषय व पीएचडी की फीस बढ़ा दी गई है। सत्र 2019-20 से बीटेक छात्रों को प्रति सेमेस्टर 1,03,550 रुपये फीस देनी होगी, जो पिछले वर्ष तक 1,02,192 रुपये थी। वहीं, छात्रावास मेस की फीस 11,200 से बढ़ाकर 12,125 कर दी गई है। आइआइटी प्रशासन ने बीटेक की ट्यूशन फीस पहले की तरह एक लाख रुपये रखी है तो एमबीए व पीएचडी समेत अन्य कोर्स की ट्यूशन फीस में भी इजाफा नहीं किया गया था। छात्रावास मेंटीनेंस समेत अन्य मदों में वृद्धि किए जाने पर मुहर लगाई गई थी। इसके अलावा स्नातकोत्तर व पीएचडी के छात्रों को ट्यूशन फीस के साथ विभिन्न मदों में बढ़ाई गई फीस का अतिरिक्त पैसा देना होगा।