अकादमी पौड़ी शिफ्ट किए जाने के विरोध में आज जिला मुख्यालय पर सैकड़ों की संख्या में आंदोलनकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया। इस अवसर देवप्रयाग, कीर्ति नगर, जाखणीधार व भिलंगना ब्लॉक से बड़ी संख्या में ग्राम प्रधानों, क्षेत्र व जिला पंचायत सदस्यों सहित विभिन्न दलों के पदाधिकारियों, राज्य आंदोलनकारियों तथा स्कूली बच्चों ने भाग लिया। प्रदर्शनकारी सुमन पार्क से जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर रोकने की कोशिश की मगर धक्का मुक्की करके प्रदर्शनकारी कार्यालय परिसर पहुंच कर धरने पर बैठ गए।कुछ देर तक उत्तराखंड की त्रिंवेंद्र सरकार एवम छेत्रीय विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुईं।
एनसीसी बचाओ समिति द्वारा पिछली नौ जुलाई से धरना चल रहा है लेकिन अभी तक सरकार ने उनकी मांग पर कोई कार्यवाही नहीं की है। ग्रामीणों का कहना है कि 2014 में तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने श्रीकोट माल्डा में देश की पांचवी एनसीसी अकादमी स्वीकृत की थी। जिसका पांच दिसंबर 2016 को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शिलान्यास किया था। लेकिन उसके बाद से सरकार ने अकादमी का निर्माण कार्य शुरु नहीं कराया और अकादमी को पौड़ी शिफ्ट की जा रही है।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी ने कहा कि 2016 में शिक्षा मंत्री रहते वह एन सी सी अकादमी को यहां लाये थे ।जिसका शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत जी ने किया। जिसके लिये बजट का भी प्राविधान किया।इस पर आगे की कार्यवाही आचार संहिता के चलते नहीं हो पाई। चुनाव के बाद प्रदेश में डब्बल इन्जन की सरकार आयी और मुख्यमंत्री जी यहां कुछ देने के बाजय इसे पौडी देवार ले जाना चाहते हैं ।उन्होनें चेतावनी दी 67 दिनों से जनता धरने पर बैठी है अब भी अगर मुख्यमंत्री जी इसे पौड़ी लेजाना चाहते हैं तो हमारी लाश के ऊपर से ले जांय।नैथानी ने कहा कि यह आंदोलन टिहरी जिले का है इसलिए सभी विधायकों को आगे आना चाहिए।
पूर्व मंत्री दिवाकर भटट ने सभी राजनैतिक दलोँ का आवाहन किया कि वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस आंदोलन में शिरकत करें। आन्दोलन के संयोजक एवम पूर्व प्रमुख जयपाल पंवार ने छेत्र की जनता का आभार जताया जो 67 दिनों से ब्लॉक मुख्यालय हिन्डोला खाल में डटे हैं।उन्होंने कहा कि एन सी सी अकादमी को हम किसी भी हाल में वापस नहीं जाने देंगे इसके लिये हम कुर्बानी देने को तैयार हैं। जयपाल पंवार ने कहा कि बिना किसी कारण के देवप्रयाग क्षेत्र से एनसीसी अकादमी पौड़ी शिफ्ट किए जाने से क्षेत्र में भारी जनाक्रोश बना हुआ है। क्षेत्र की जनता कैबिनेट के फैसले को पक्षपातपूर्ण मान रही है।
ब्लॉक प्रमुख के मुताबिक एनसीसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने अकादमी निर्माण के लिए श्रीकोट माल्डा की भूमि को उपयुक्त बताने के बाद ही यहां तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 2016 में शिलान्यास किया था। मगर तीन साल बाद बिना कारण के अकादमी को टिहरी से पौड़ी जिले में शिफ्ट करने का सरकार ने मनमाना निर्णय ले लिया। संघर्ष समिति के संयोजक एवम देवप्रयाग नगर पंचायत अध्यक्ष कृष्ण कांत कोटियाल ने छेत्रीय विधायक विनोद कंडारी पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया।उन्होंने कहा कि यह आंदोलन टिहरी जिले आंदोलन है इसमें जिले के सभी विधायकों को साथ देना चाहिए। इस अवसर पर पूर्व विधायक विक्रम नेगी,पूर्व प्रमुख विजय गुनसोला, राकेश राणा,आकाश कृशाली,रोशनी चमोली,देवेंद्र भट्ट, समेत कई वक्ताओ ने विचार व्यक्त किये।