बद्री-केदार के बाद थल सेना अध्यक्ष पहुंचे गंगोत्री धाम

19 सितम्बर 2019 - उतरकाशी/गंगोत्री, गढ़निनाद ब्यूरो

बदरीनाथ-केदारनाथ धाम दर्शन करने के बाद थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत परिवार के साथ दोपहर साढ़े बारह बजे गंगोत्री धाम पहुंचे। वहां तीर्थ पुरोहितों ने सेना प्रमुख बिपिन रावत व उनके परिवार का स्वागत किया। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल व सहसचिव राजेश सेमवाल ने गंगा किनारे सेना प्रमुख व उनकी धर्मपत्नी के हाथों पूजन अनुष्ठान संपन्न कराया। इस दौरान गंगा घाट पर उन्होंने पितृ तर्पण भी किया। इसके बाद गंगोत्री मंदिर में दर्शन कर मां गंगा का महाभिषेक, गंगा आरती व गंगा जी की चरण पादुका का अभिषेक भी किया। गंगोत्री मंदिर समिति ने सेना प्रमुख को गंगाजली और प्रसाद भेंट किया।

गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि जनरल बिपिन रावत से बातचीत के दौरान पता चला कि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का ननिहाल उत्तरकाशी में है। उन्होंने बताया कि सेना प्रमुख का ननिहाल उत्तरकाशी के उदाल्का गांव में पूर्व विधायक रहे ठाकुर किशन सिंह परमार के परिवार से है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर किशन सिंह परमार 60 के दशक में उत्तरकाशी क्षेत्र से विधायक रहे हैं। इससे पहले टिहरी प्रजामंडल में शिक्षा मंत्री रहे। थल सेना प्रमुख के पिता का नाम स्व. लेफ्टिनेट लक्ष्मण सिंह रावत, माता का नाम स्व. सुशीला देवी है। सेना प्रमुख का पैतृक गांव पौड़ी जनपद के द्वारिखाल ब्लाक का सैंज गांव है। 1984-85 में वे हर्षिल में तैनात गोरखा रेजीमेंट के सीओ रहे हैं। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि उस समय हर्षिल में राम तेरी गंगा मैली फिल्म की भी शूटिंग हुई थी। इस मौके पर मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल, संजीव सेमवाल, महेश सेमवाल, अरुण सेमवाल, प्रेम बल्लभ सेमवाल आदि मौजूद थे।

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