19 सितम्बर 2019 - देहरादून (ब्यूरो)
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुवार को कहा कि स्टिंग मामले में उन्हें ‘षड्यंत्रपूर्वक’ फंसाया गया है ।रावत ने कई ट्वीट करके अपनी व्यथा प्रकट करते हुए कहा, ‘मैं एक षड्यंत्र का शिकार हूं । षड़यंत्र मेरी सरकार को गिराने का भी हुआ है, जो स्टिंगकर्ता की स्वीकारोक्ति से स्पष्ट है। बकौल स्टिंगकर्ता, षड़यंत्रकारियों में से एक व्यक्ति का पुत्र मुख्यमंत्री आवास में रहकर सैटर (दलाल) का काम करता था।’’उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे षड्यंत्रपूर्वक फंसाया गया व मेरी सरकार को बर्खास्त किया गया और अब मेरी आवाज को घोंटने के लिये सीबीआई पर एफआईआर दर्ज करने व मेरा उत्पीड़न करने का दबाव बनाया जा रहा है।’’ हाल में सीबीआई ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि वह जल्द ही इस मामले में रावत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेगी । उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मेरी सम्पत्ति और खाते, आयकर रिटर्न और चुनाव आयुक्त को दिये गये विवरण में साफ-साफ दर्शाये गये हैं। मैंने अपने पासपोर्ट को मुख्यमंत्री बनने के बाद रिनवल नहीं करवाया है।’’ उन्होंने कहा कि वह अपने कुल देवता व इष्ट देवता का नाम लेकर नैनीताल की ओर प्रस्थान कर रहे हैं जहां कल न्याय के मंदिर में उनकी याचिका पर सुनवाई होने की सम्भावना है।
रावत ने यह भी कहा कि उनके पास न्यायालय का खर्चा उठाने की क्षमता नहीं है और वह अपने दोस्तों के सहारे ही न्यायलय के सम्मुख खड़े हैं ।