जलवायु परिवर्तन की विभीषिका को ध्यान में रखते हुए आज के आधुनिक युग में वैज्ञानिक अनुसंधानों, विशेषकर वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में किये गये शोध कार्यों की उपलिब्धयों/परिणामों को आम जन तक पहुँचाना अत्यंत आवश्यक हो गया है। वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून समय-समय पर वानिकी एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किये गये अनुसंधान कार्यों को विभिन्न माध्यमों द्वारा लोगो तक पहुँचाता रहा है। इसी तारतम्य में भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद द्वारा ‘‘प्रकृति’’ नामक कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत केन्द्रीय विद्यालय के छात्र/छात्राओं को संस्थान का भ्रमण कराया जाता है तथा वानिकी के क्षेत्र में हो रही वैज्ञानिक गतिविधियों के बारे में जानकारी दी जाती है। जिससे कि वे इस जानकारी को समाज में विस्तारित कर सकें।
आज दिनांक 04 अक्टूबर 2019 को उत्तराखण्ड़ राज्य के विभिन्न केन्द्रीय विद्यालयों के लगभग 180 छात्रों एवं उनके अध्यापकों ने संस्थान का भ्रमण किया। इस अवसर पर विस्तार प्रभाग के प्रमुख डा0 अषोक कुमार पाण्डेय ने छात्रों एवं अध्यापकों का स्वागत किया एवं संस्थान के इतिहास की जानकारी देते हुए संस्थान में हो रहे वैज्ञानिक कार्यों के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया। उन्होनें अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चे देश का भविष्य है तथा वन एवं पर्यावरण कि सुरक्षा में अपना अमूल्य योगदान दे सकते है।
विद्यार्थयों एवं अध्यापकों ने संस्थान के विभिन्न संग्रहालयों यथा वन व्याधि, वन संवर्धन, वन उपज, वन कीट एवं अकाष्ठ वन उपज, बांस वाटिका एवं वनस्पति उद्यान का भ्रमण किया एवं महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।