देहरादून के एक आरटीओ कर्मचारी के घर से बदमाश 1.34 करोड़ लूट कर ले गये मगर उसने शिकायत दर्ज नहीं की। पीड़ित शिकायत नहीं करेगा, पुलिस दर्ज करेगी मुकदमा । बसंत विहार क्षेत्र में आरटीओ ऑफिस के कर्मचारी के परिवार को बंधक बनाकर एक करोड़ 34 लाख रुपये लूटने के मामले में अभी मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया है। पुलिस के अनुरोध के बावजूद पीड़ित पक्ष ने बुधवार को भी तहरीर नहीं दी।
पुलिस कप्तान का कहना है कि यदि पीड़ित तहरीर नहीं देगा तो पुलिस अपनी तरफ से मुकदमा दर्ज करेगी। कुछ दिन पहले एक कोठी में हुई लूटपाट में गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि 29 मई को उन्हाेंने बसंत विहार इलाके में एक आरटीओ कर्मचारी के घर डाका डाला था। वहां से करीब एक करोड़ 34 लाख रुपये लूटे थे। पीड़ित पक्ष ने इस मामले में पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी ने बताया कि बदमाशों से पूछताछ के दौरान आरटीओ कर्मचारी के आवास पर लूटपाट की बात सामने आई थी। पुलिस अपने स्तर से लुटेरों के बयानों की तस्दीक करा रही है। सत्यापन के बाद यदि पीड़ित पक्ष तहरीर नहीं देगा तो पुलिस अपनी तरफ से मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
परिवहन विभाग के कर्मचारी के घर एक करोड़ 34 लाख रुपये की लूटपाट का खुलासा होने के बाद विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। लूटपाट के खुलासे के बाद विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। यह भी चर्चा है कि वह कौन सा कर्मचारी है जिसको इतनी मोटी रिश्वत मिली थी? पुलिस द्वारा नाम का खुलासा नहीं किए जाने की वजह से बुधवार को दिन भर इस बात को चर्चाएं होती रही कि आखिरकार ऐसा कौन सा कर्मचारी हो सकता है जिसके घर से इतनी बड़ी रकम लूटी गई और उसने घटना की जानकारी पुलिस के साथ विभागीय अधिकारियाें तक को नहीं दी। विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों में लूटी गई रकम को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं गर्म है।