कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते कहा कि 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों को बंद करने का फ़ैसला जन विरोधी है। कहा कि इससे लगभग 2 से 3 लाख वाहन खड़े हो जाएंगे यानि कि 5 लाख लोगों का रोजगार छिन जाएगा। दूसरी ओर सरकारी आंकड़ों के अनुसार लगभग 10 लाख बेरोजगार पहले ही सेवायोजन कार्यालयों में रजिस्टर्ड हैं और 5 लाख वाहन स्वामी तो कम से कम 15 लाख लोग बेरोजगार हो जाएंगे।
कहा सरकार अगर रोजगार नहीं दे सकती तो कम से कम छीनने का काम तो न करे। उन्होंने कहा कि वाहनों को बंद करने के बजाए जिन कंपनियों के वाहन है उन कंपनियों से बात कर उन्हें अपग्रेड किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार को इन मुद्दों पर अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए।दूसरी ओर THDC को प्राइवेट हाथों बेचने की बात हो रही है मुझे लगता है कि मोदी जी इसे अडानी को देने जा रहे है। अगर यह प्राइवेट सेक्टर में गया तो भागीरथी और भिलंगना नदी के पानी पर से हमारा अधिकार भी नहीं रहेगा। सवाल यह है कि टिहरी बांध और कोटेश्वर बांध घाटे में तो हैं नहीं कि इनको प्राइवेट हाथों सौंपा जाय। टी0एच0डी0सी0 के CSR मदद में क्या काम हो रहा, कहाँ हो रहा कोई पूछने वाला ही नहीं। अगर यह प्राइवेट हाथों गया तो सबसे ज्यादा नुकसान तो हमारे स्थानीय कर्मचारियों को होगा ।
उपाध्याय ने कहा कि आज गांव के गांव खाली होते जा रहे हैं,70 प्रतिशत भाग पर जंगल हो गये हैं। कहा कि पानी,पर्यावरण की रक्षा तो हम कर रहे और दण्ड भी हमें भुगतना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि हमारे प्रतिनिधि बोलने को तैयार नहीं। उन्होंने कहा कि आगे इस प्रदेश की वित्तीय स्थिति बहुत ही खराब होने वाली है। सरकार को समय पर ठोस कदम उठाने होंगे। पत्रकार वार्ता में पंकज रतूड़ी, विक्रम तोपवाल, राजेंद्र डोभाल, सतीश चमोली, दर्शनी रावत, ममता उनियाल आदि मौजूद रहे।
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