धर्म/आस्था
गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती को आज देश- दुनिया मे 550वें प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। इसे प्रकाशोत्सव और गुरु पर्व भी कहा जाता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज कार्तिक पूर्णिमा है। इस दिन ही गुरु नानक देव जी का जन्म 1469 में तलवंडी नामक जगह पर हुआ, जिसे बाद में ननकाना साहिब के नाम से जाना गया। जो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है।
गुरु पर्व के दिन सभी सिख परिवार अपने घरों को रोशनी से जगमग करते हैं, साथ ही सभी गुरुद्वारों को रोशनी से सजाते हैं। गुरु पर्व से एक दिन पहले यानी कार्तिक शुक्ल चतुदर्शी को नगर कीर्तन का आयोजन किया जाता है। इसमें गुरु ग्रंथ साहिब को पालकी में रखा जाता है और श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते हुए नगर भ्रमण करते हैं।
इस दिन गुरु नानक देव जी की जयंती का उत्सव ब्रह्म मुहूर्त में 3 बजे अमृत बेला से प्रारंभ होता है। अमृत बेला का समय तड़के 3 बजे से सुबह 6 बजे तक होता है, इस समय में ध्यान और प्रार्थना किया जाता है। इस दिन सुबह के समय भजन-कीर्तन होता है। इसके बाद भंडारे का आयोजन होता है। यह देश-दुनिया के सभी गुरुद्वारों में आयोजित किया जाता है।
टिहरी में भी गुरुद्वारे को भव्य रूप से सजाया गया है।सुबह से ही भक्तों द्वारा भजन-कीर्तन चलता रहा। दोपहर में भंडारे का भी आयोजन किया गया है।