नई टिहरी * गढ़ निनाद, 06 दिसम्बर 2019
माननीय सांसद महोदय,
आप सुविज्ञ हैं कि टिहरी जल विकास निगम की स्थापना देश की महत्वाकांक्षी टिहरी बाँध परियोजना के निर्माण के लिए की गयी थी। इस परियोजना के प्रथम और द्वितीय चरण से 1400 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। 1000 मेगावाट के अंतिम चरण का निर्माण कार्य जारी है।
इस बीच निगम का नाम परवर्तित कर टीएचडीसी इंडिया कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने हाल में टीएचडीसी के विनिवेश का फ़ैसला लिया है। बेशक यह नीतिगत मामला है। लेकिन इस निर्णय के साथ ऐसी कौन सी शर्तें शामिल हैं, जिनसे टिहरी बांध प्रभावितों और उत्तराखंड तात्कालिक हित प्रभावित होते हैं, इस पर भ्रम बना हुआ है।
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