गद निनाद 02 मार्च 2020
नई टिहरी: जनपद क्षेत्रांतर्गत मुनिकीरेती स्थित गंगा रिसोर्ट में आयोजित सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के दूसरे दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने कहा कि योग का उद्गम केन्द्र देवभूमि में यह हम सबके लिए गौरवान्वित करने वाली बात है, योग को अपने दैनिक जीवन में उतारने से स्वस्थ रहा जा सकता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को योग करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि यहां की संस्कृति से प्रभावित होकर योग प्रेमी यहाँ आते हैं और योग को अपना लेते है। उन्होने कहा कि योग को विश्व में पहचान दिलाने के परिणाम स्वरुप विदेशी पर्यटकों का आवागमन भी प्रदेश में बड़ा है जो उत्तराखण्ड में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं को दर्शाता है।कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि योग महोत्सव के माध्यम से उत्तराखण्ड व भारत की योग संस्कृति को विश्व पटल पर और अधिक प्रभावी रुप से प्रगाढ़ करना है साथ ही विश्व भर के देशों से आने वाले योगप्रमियों को यह संदेश देना है कि भारत सहित उत्तराखण्ड की संस्कृति विश्व प्रसिद्व संस्कृतियों में एक है।
इस मौके पर श्री श्री रविशंकर महाराज ने योग महोत्सव में उपस्थित योगाचार्यो व योगा अनुयायीओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि योग का देवभूमि से ऐसा नाता है जैसा कि शरीर का आत्मा से होता है। उन्होने पाण्डाल में उपस्थित एक योगप्रेमी के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि गंगा नदी की पवित्रता और मान्यता दूरस्थ देश मंगोलिया की लोक कथाओं में भी शामिल है। जो कि गंगा नदी के महत्व को दर्शाता है।
इस अवसर पर सचिव पर्यटन दीलीप जावलकर, मेंयर ऋषिकेश, जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डाॅ.वी.षणमुगम, एसएसपी डाॅ.योगेन्द्र सिंह रावत, सीडीओ अभिषेक रुहेला सहित देश व विदेश के योगाचार्य एवं योगप्रेमी उपस्थित थे।